
शेखपुरा: थानेदार पे गरम हुए डीएम, अधिकारियों को लगी फटकार..
शेखपुरा न्यूज़ ब्यूरो
जिलाधिकारी योगेंद्र कुमार ने थाना स्तर पर शिविर लगाकर भूमि विवाद के मामलो का निपटारा नहीं करने पर गहरी नाराजगी प्रकट की है। सरकार के निर्देशों के आलोक में प्रति सप्ताह शनिवार को यह शिविर आयोजित किया जाना है।
शिविर में संबंधित अंचलाधिकारी व थानाध्यक्ष संयुक्त रुप से लोगो की समस्या का निपटारा करते है। जिलाधिकारी शनिवार को पहली बार नगर परिषद् के साभागार में जिला समन्वय समिति के बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
साथ में डीडीसी निरंजन कुमार झा, एडीएम जवाहर लाल सिंहा, एसडीओ राकेश कुमार के साथ सभी विभागों के पदाधिकारी, बीडीओ, मनरेगा कार्यक्रम पदाधिकारी आदि मौजुद थे।
जिलाधिकारी ने अधिकारियों को हड़काते हुए कहा कि यह पहली बैठक है। आगे के बैठकों में किसी प्रकार की बहानेबाजी से काम नहीं चलेगा। अधिकारी अपनी कार्यशैली में बदलाव लावें।
बैठक की जानकारी देते हुए जिला सूचना व जन सम्पर्क पदाधिकारी योगेंद्र कुमार लाल ने बताया कि लोक प्राधिकारी के तहत मामलों के निष्पादन में निर्धारित 60 दिन से ज्यादा समय लगने पर जिलाधिकारी ने नाराजगी प्रकट की।
जिलाधिकारी ने बिना किसी बिलम्ब के जन शिकायता का निपटारा करें। प्राधिकारी के समक्ष सुनवाई के दौरान अधिकारीयों के उपस्थित नहीं होने को लेकर उनकी सूची बनाने को कहा गया। जिलाधिकारी ने पटना उच्च न्यायालय में लंबित मामलों में जल्द से जल्द जवाबी हलफनामा दायर करने का भी निर्देश दिया।
जिलाधिकारी ने सरकार के सात निशचय के तहत चलाये जा रहे कामों की समीक्षा के बाद उसमें तेजी लाने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने जिला पंचायती राज पदाधिकारी को जिले में बनाये गये पंचायत सरकार भवन को कार्यशील बनाने का निर्देश दिया। पंचायत सेवकों को इसी भवन में बैठ कर लोगों को कार्य निष्पादन करने को कहा गया।
नगर कार्यालय में डीएम की पहली बैठक
समहरणालय से बाहर जिलाधिकारी ने जिला स्तरीय बैठक का पहली बार आयोजन किया। नगर परिषद् कार्यालय के साभागार में आयोजित इस बैठक में जिला से लेकर प्रखंड और पंचायत स्तर के अधिकारी मौजुद थे। नगर कार्यालय के नव निर्मित भवन में भव्य साभागार बनाया गया है। इस साभागार में 50 से ज्यादा लोगो को बैठने की व्यवस्था है। जिलाधिकारी के इस पहल से सभी अधिकारी और कर्मचारी उत्साहित दिख रहे थे।