
शेखपुरा न्यूज़ ब्यूरो:
शराब बंदी से बेरोजगार हुए लोगो को सरकार द्वारा रोजगार के अवसर दिये जाने का फैसला किया गया है। शराब बनाने व बेचने वालो और ताडी के व्यवसाय से परम्परागत रुप से जुडे लोगो के सर्वे का काम किया जा रहा है। सरकार ने इसके लिए पूरे राज्य में
840 करोड रुपये की महत्वकाक्षी योजना तैयार की है। इन लोगो को पषुपालन, मुरगी पालन, बकरी पालन, सुअर पालन सहित अपने पसंद के रोजगार कढाई, बुनाई, सिलाई, पेटिंग आदि के स्वरोजगार के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। जिला प्रभारी मंत्री सह ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने इस योजना से अधिक से अधिक लोगो को जुडने की अपील की।
जिला के एक दिन के दौरे पर आये श्री कुमार यहा पत्रकारो से बात कर रहे थे। उन्होने बताया कि शराब बंदी से राज्य के सामाजिक बंधन काफी मजबुत हुआ है। शराब बंदी कानून के पूरी तरह जानकारी नही रहने से गरीब लोग जेल भी जा रहे है। समाज के रसूक वाले गरीब लोगो का इसतेमाल कर रहे है। उन्होने बताया राज्य के सभी 534 प्रखंडो में इस योजना के तहत लोगो को चिन्हित करने का काम शुरु कर दिया गया है। पशु पालन करने वालो को सरकार के विभिन्न विभागो द्वारा 90 प्रतिशत तक का अनुदान दिया जाएगा। जबकि अन्य रोजगार शुरु करने वालो को 60 हजार रुपया से एक लाख रुपया तक का आर्थिक मदद किया जाएगा। मनरेगा के तहत इन लोगो को पशु शेड बनाने की योजना भी है।
जीविका करेगी इस योजना का क्रियान्वयन
जीविका स्वयं सहायता समूह द्वारा सतत जीविकोपार्जन योजना का क्रियान्वयन किया जाएगा। सरकार द्वारा इस सबंध में प्रतयेक 100 घरो पर इस योजना की निगरानी व तेजी के लिए अधिकारी भी तैनात किये जाएगे। ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने पत्रकारो को बताया कि इस योजना का उद्देश्य न केवल रोजगार देना बल्कि वेसे लोगो के व्यवहार परिवर्तन है। व्यवहार परिवर्तन से जीवन में बदलाव लाना है। राज्य में अभी 07.80 लाख जीविका स्वयं सहायता समूह कार्यरत हैं। सरकार जीविका को भी मजबुत करने में लगातार लगी है।